UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 19 महात्मा ज्योतिबा फुले (महान व्यक्तित्व)
पाठ का सारांश
ज्योतिबा का जन्म 1827 ई० में हुआ। एक वर्ष की अवस्था में ही माँ के मरने पर दाई सगुणाबाई ने मातृवत् इनका पालन किया। सात वर्ष की अवस्था में इन्होंने घर में ही पढ़ना शुरू किया। इनकी प्रतिभा को पहचान कर विद्वान गफ्फार बेग और फादर लिजीट साहब ने इन्हें स्कूल भिजवाया। ये स्कूल में सदा प्रथम आते रहे। ये समाज, धर्म और देश के बारे में चिन्तन किया करते थे। गुलामी से इन्हें नफरत होती थी। समाज में -भेद था और दलितों व स्त्रियों की दशा अच्छी नहीं थी। दलितों और स्त्रियों की शिक्षा के रास्ते बन्द थे। इन्होंने दलितों और लड़कियों को अपने घर में पढ़ाना शुरू कर दिया। यह कार्य छिपाकर किया जाता। समर्थक बढ़ने पर इन्होंने खुले आम स्कूल चलाना शुरू कर दिया। एक कठिनाई यह थी कि पढ़ाई के लिए शिक्षक नहीं मिलते थे। इन्होंने अपनी पत्नी सावित्री को पढ़ाया। प्रशिक्षण के बाद वे भारत की प्रथम प्रक्षित शिक्षिकां बनीं।
समाज के लोग कुपित हो उठे। स्कूल जाती सावि का अपमान किया जाता। लोगों ने ज्योतिबा को समाज से बहिष्कृत करने की धमकी दी। पति-पत्नी को घर छोड़कर कठिनाइयाँ सहनी पड़ीं, परन्तु ये अपने लक्ष्य से डिगे नहीं।
महात्मा ज्योतिबा ने ‘सत्य शोधक समाज’ की स्थापना की। यह अन्य संगठनों से भिन्न था। यह सारे महाराष्ट्र में फैल गया। इस समाज ने जगह-जगह दलितों और लड़कियों के लिए स्कूल खोले। छुआछूत का विरोध किया गया। किसानों के हितों की रक्षा के लिए आन्दोलन चलाया गया। इनके संघर्ष के कारण सरकार ने एग्रीकल्चर एक्ट पास किया। धर्मों, समाजों और परम्पराओं के सत्य को उजागर करने के लिए इन्होंने तृतीय रत्न, छत्रपति शिवा जी, ब्राह्मणों का चातुर्य, किसान का कोड़ा, राजा भोसला का पखड़ा, अछूतों की कैफियत आदि पुस्तकें लिखीं। सन् 1890 ई० में उनको निधन हो गया।
जीवन भर गरीबों, दलितों और महिलाओं के लिए संघर्ष करनेवाले इसे सच्चे नेता को जनता ने ‘महात्मा’ की उपाधि से विभूषित किया।
अभ्यास-प्रश्न
प्रश्न 1:
महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म कब और कहाँ हुआ?
उत्तर:
महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म 1827 ई० में महाराष्ट्र में हुआ।
प्रश्न 2:
उन्होंने भारत की गुलामी का क्या कारण माना?
उत्तर:
उन्होंने भारत की गुलामी का कारण जातियों और पंथों में बँटे रहने की मानसिकता बताया।
प्रश्न 3:
ज्योतिबा को उनके पिता के घर से बाहर क्यों निकलवा दिया गया ?
उत्तर:
उस समय देश में जाति-पाँति, ऊँच-नीच की दीवारें बहुत ऊँची थीं। दलितों एवं स्त्रियों की शिक्षा के रास्ते बंद थे। ज्योतिबा इस व्यवस्था को तोड़ने हेतु दलितों एवं लड़कियों को अपने घर में पढ़ाते थे। ज्योतिबा ने अपनी पत्नी सावित्री को पढ़ाना सिखाया। उसने अपनी पत्नी को भारत की प्रथम प्रशिक्षित महिला शिक्षिका बनाया। उनके इस कार्य से समाज के लोग कुपित हो उठे और समाज से बहिष्कृत करने . की धमकी दी और उन्हें उनके पिता के घर से बाहर निकलवा दिया।
प्रश्न 4:
किस घटना ने ज्योतिबा को सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध लड़ने को प्रेरित किया?
उत्तर:
ज्योतिबा को समाज से बहिष्कृत करने की धमकी दी गई और उन्हें उनके पिता के घर से बाहर निकलवा दिया गया।
प्रश्न 5:
महात्मा ज्योतिबा ने दलितों और स्त्रियों के सम्मान हेतु क्या-क्या कार्य किए?
उत्तर:
ज्योतिबा ने दलितों और स्त्रियों के सम्मान हेतु अनेक कार्य किए। उन्होंने सत्यशोधक समाज की स्थापना की। दलितों और स्त्रियों की शिक्षा के लिए जगह-जगह स्कूल खोले तथा छुआछूत का विरोध किया।
प्रश्न 6:
निम्नलिखित अधूरे वाक्यों को पूरा कीजिए (अधूरे वाक्य पूरे करके)
(क) वे अपने मित्र सदाशिव बल्लाल गोवंडे के साथ समाज, धर्म और देश के बारे में चिन्तन किया करते थे।
(ख) उन्होंने तय किया कि जिन वर्गों के लिए शिक्षा के रास्ते बन्द थे, उनके लिए स्कूल खोले जाएँ।
(ग) महात्मा ज्योतिबा फुले ने ‘सत्य शोधक समाज की स्थापना की।
(घ) महात्मा ज्योतिबा द्वारा किसानों के हितों के लिए किए गए संघर्ष के फलस्वरूप सरकार ने एग्रीकल्चर एक्ट पास किया।
प्रश्न 7:
महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा लिखित पुस्तकों की सूची बनाइए। :
उत्तर:
महात्मा ज्योतिबा पलले द्वारा लिखित पस्तकों की सची-
- ततीय रत्न,
- ब्राह्मणों का चातुर्य,
- छत्रपति शिवाजी,
- किसान को कोड़ा,
- राजा भोसला का पखड़ा
- अछूतों की कैफियत हैं।
प्रश्न 8:
सही विकल्प छाँटकर लिखित (सही विकल्प छाँटकर)
ज्योतिबा की हत्या के लिए भेजे गए लोग उनके शिष्य बन गए; क्योंकि
- वे महात्मा ज्योतिबा से डर गए थे।
- महात्मा ज्योतिबा ने उन्हें लालच दिया था।
- वे उनके विचारों से प्रभावित हो गए थे।