UP Board Solutions for Class 3 Sanskrit Piyusham Chapter 16 लघुः अपि सहायकः ((छोटा/ कमजोर) भी सहायक/मददगार हो सकता है।)

UP Board Solutions for Class 3 Sanskrit Piyusham Chapter 16 लघुः अपि

सहायकः ((छोटा/ कमजोर) भी सहायक/मददगार हो सकता है)

लघुः अपि सहायकः शब्दार्था:

लघुः = छोटा
शेते = सो रहा है
कूर्दति = कूदता है
मुञ्च = छोड़ दीजिए
कालान्तरे = कुछ समय बाद
वृद्ध = बँधा गया
शृणोति = सुनता है
बिलात् = बिल से
कृन्तामि = कुतर देता हूँ/काट देता हूँ
सिंहः = शेर।

मूषकः ………………………………………………… भवति।

अर्थ – चूहा-अरे! जंगल। यहाँ पेड़ हैं। शेर यहाँ सो रहा है। चूहा शेर के शरीर पर चढ़ता है और कूदता है। शेर (गुस्से से) आँऽऽऽ ओंऽऽ तेरा ऐसा दुःसाहस? मैं तुझे दण्ड देता हूँ। चूहा- चूँ चूँ। महाराज। मैं छोटा हूँ। मैं आपका सेवक हूँ। आप मेरे राजा हैं। मुझे छोड़ दीजिए। शेर चूहे को छोड़ देता है। कुछ समय बाद शेर, जाल में बँधा हुआ है। शेर गुस्से से गर्जना करता है। आँऽऽ ऊऽऽ चूहा उस (शेर) की गर्जना सुनता है और बिल से बाहर आ जाता है। चूहा-अरे! शेर जाल में बँधा हुआ है। मैं जाल काट देता हूँ। चूहा जाल काट देता है। तुम मेरे प्रिय मित्र हो। समय आने पर छोटा भी सहायक होता (हो सकता) है।

लघुः अपि सहायकः अभ्यासः

मौखिक

प्रश्न 1.
पढ़ी गई कहानी को हाव-भाव के साथ सुनाइए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।

लिखित

प्रश्न 1.
‘शेते’ का प्रयोग करते हुए वाक्य बनाइए (प्रयोग करके)
उत्तर:
(क) गजः शेते
(ख) बालः शेते
(ग) अजा शेते
(घ) कुक्कर: शेते

प्रश्न 2.
वाक्य बनाइए (वाक्य बनाकर)- जैसे- सिंहः जाले बद्धः ।
उत्तर:
(क) मत्स्यः जाले बद्धः
(ख) कपोतः जाले बद्धः
(ग) मृगः जाले बद्धः
(घ) काकः जाले बद्धः

प्रश्न 3.
प्रश्नों के उत्तर संस्कृत के एक शब्द में लिखिए (लिखकर )
(क) कः सिंहस्य शरीरम् आरोहति? – मूषकः
(ख) सिंहः कथं गर्जति? – क्रोधेन
(ग) जाले कः बद्धः?  – सिंहः
(घ) जालं कः कन्तति ? – मूषक:

प्रश्न 4.
उपयुक्त शब्दों को चुनकर कहानी को पूरा कीजिए (पूरा करके)
(गृहस्य काकः प्रस्तरखण्डान् पिबति घट)
एकः काकः पिपासितः अस्ति। सः गृहस्य उपरि गच्छति। तत्र एक घटं पश्यति। घटे किञ्चित् अल्पं जलम् अस्ति। सः एक उपायं करोति। घटे प्रस्तरखण्डान् क्षिपति। जलं उपरि आगच्छति। काकः जलं पिबति संतोषेण च गच्छति।