UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 6 Our Indian Music : Stories and Anecdotes (R. Srinivasan)

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Comprehension Questions on Paragraphs

In the examination paper, there are asked only two questions from each I paragraph. Given below are some more questions for extra practice.

 Read the following passages and answer the questions put there upon :

(1) The history of Indian Music ……………………… to be purposeless.” [From passage 1 [2009, 10]]

Question .
1. What did Brahma create in the universe ?
(ब्रह्मा ने ब्रह्माण्ड में क्या रचना की ?)
                 Or
What beautiful things were made by Brahma ?
(ब्रह्मा ने किन सुन्दर वस्तुओं की रचना की ?)
2. How did Brahma feel after creating the universe ?
(सृष्टि की रचना के पश्चात् ब्रह्मा ने क्या अनुभव किया ?)
3. Who is Saraswati ? What did Saraswati ask Brahma ?
(सरस्वती कौन है? सरस्वती ने ब्रह्मा से क्या पूछा ?)
4. What was Brahma’s reply ?
(ब्रह्मा को क्या उत्तर था ?) ।
5. What is the history of Indian music full of ?
( भारतीय संगीत का इतिहास किस बात से भरा हुआ है ?)
6. Who made this universe ? What did He fill His creation with ?
(इसे ब्रह्माण्ड को किसने बनाया ? उसने इसे किन वस्तुओं से भरा ?)
7. Why does all the wonder, charm and beauty created by Brahma seem to have been wasted on the human souls ?
(सभी अद्भुत वस्तुएँ तथा सौन्दर्य जो ब्रह्मा ने बनाए वे मानव के लिए व्यर्थ क्यों हैं ?)
Answer:
1. Brahma created in the universe majestic mountain ranges, thundering waterfalls, giant forest trees and many other things.
(ब्रह्मा ने ब्रह्माण्ड में शानदार पर्वत श्रेणियाँ, गरजते हुए झरने, बड़े-बड़े जंगल के पेड़ और अनेक वस्तुएँ बनायीं।)
2. After creating the universe, Brahma felt that His creation was purposeless because human souls did not seem to be sensitive to the beauty of the creation.
(सृष्टि को रचने के बाद ब्रह्मा ने अनुभव किया कि सृष्टि की रचना निरर्थक रही, क्योंकि मनुष्य ने इस सुन्दर रचना के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई।)
3. Saraswati is the consort of Brahma. Saraswati asked Brahma the reason of His sadness.
(सरस्वती ब्रह्मा की जीवन-साथी हैं। सरस्वती ने ब्रह्मा से उनके दुःखी होने का कारण पूछा।)
4. Brahma answered, “I have created all this wonder and charm. But human souls do not seem to be sensible to this beauty. So this creation seems to be purposeless.”
(ब्रह्मा ने उत्तर दिया, “मैंने इतनी आश्चर्यजनक तथा सुन्दर सृष्टि की रचना की है। किन्तु मनुष्य इस सुन्दरता के प्रति संवेदनशील मालूम नहीं होता। इसलिए मेरी यह सृष्टि व्यर्थ प्रतीत होती है।”)
5. The history of Indian music is full of stories anci anecdotes.
( भारतीय संगीत का इतिहास कहानियों और कथाओं से भरा पड़ा है।)
6. Brahma made this universe. He filled His creation with wonderfully beautiful and enchanting things.
(ब्रह्मा ने इस ब्रह्माण्ड को बनाया। उसने अपनी सृष्टि को आश्चर्यजनक रूप से सुन्दर और मुग्ध करने वाली वस्तुओं से भर दिया।)
7. All the wonder, charm and beauty created by Brahma seem to have been wasted on the human souls because they do not seem to be sensitive to the beauty around.
(सभी अद्भुत वस्तुएँ तथा सौन्दर्य जो ब्रह्मा ने बनाए वे मानव के लिए व्यर्थ प्रतीत होते हैं, क्योंकि वे चारों ओर की सुन्दरता के प्रति संवेदनशील प्रतीत नहीं होते है।)

(2) Saraswati understood…… … irresistible inner urge. [From passage 2]

Question .
Who understood the feelings of Brahma ? How was He/She helped to create in the people the love for music and other beauties of nature ? (किसने ब्रह्मा की भावनाओं को समझा ? उन्होंने किस प्रकारे से मनुष्यों में संगीत तथा प्रकृति के अन्य सौन्दर्यों के प्रति प्रेम जाग्रत करने में सहायता की ?) ।
2. What is the function or use of music and fine arts ?
(संगीत और ललित-कलाओं का क्या कार्य या प्रयोग है ?)
3. On what basic truths is all Indian art developed ?
(किन मौलिक सत्यों पर सम्पूर्ण भारतीय कला विकसित हुई है ?)
4. Why did Saraswati offer to give music to the children ?
| (सरस्वती ने बच्चों को संगीत देने के लिए क्यों कहा ?)
5. Why did the great Muse give us music?
(सरस्वती ने हमें संगीत क्यों दिया ?) :
6. What did Saraswati offer to create ?
(सरस्वती ने क्या रचना करने के लिए कहा ?)
                 Or
What does Saraswati propose to create in the human souls ?
(सरस्वती मनुष्यों में किस वस्तु की रचना करने का प्रस्ताव देती हैं ?)
Answer:
1. Şaraswati understood the feelings of Brahma. She helped Him by giving the human music and other fine arts to respond to the beauty of universe.
(सरस्वती ने ब्रह्मा की भावनाओं को समझा। उन्होंने मनुष्य को संगीत तथा अन्य ललित-कलाएँ देकर उनकी सहायता की ताकि मनुष्य ब्रह्माण्ड की सुन्दरता को समझ सके।)
2. The function of the music and other fine arts is to enable the man to understand something of the Divine in his manifestation.
(संगीत और अन्य ललित-कलाओं का कार्य मनुष्य को इस योग्य बनाना हैं कि वह ईश्वर की कुछ बातों को समझ सके।)
3. All Indian art is developed on one of the basic truths that it is never made to order but it comes as a result of an irresistible inner urge. (सम्पूर्ण भारतीय कला एक मौलिक सत्य पर विकसित हुई है कि यह आदेश देने पर कभी नहीं आती बल्कि यह तो एक अबाध आन्तरिक प्रेरणा से ही आती है।)
4. Saraswati offered to give music to the children to remove the sadness of Brahma.
(ब्रह्मा के दुःख को दूर करने के लिए सरस्वती ने बच्चों को संगीत देने को कहा।)
5. The great Muse gave us music so that we may respond to the beauty of the universe.
(सरस्वती ने हमें संगीत दिया ताकि हम इस ब्रह्माण्ड की सुन्दरता का प्रत्युत्तर दे सकें।)
6. Saraswati offered to create in the children the power to respond to the beauty, to appreciate and be uplifted by the music and fine arts.
(सरस्वती ने बच्चों में सुन्दरता का प्रत्युत्तर देने की शक्ति, उसे पसन्द करने और संगीत तथा ललित-कलाओं के द्वारा अभिभूत होने की शक्ति प्रदान की।)

(3) Tansen was great ………………wonderful, Tansen.” [From passage 3 [2015, 18]]

Question .
1. Write the name of the lesson from which the given passage has been taken. Who is the author of this lesson ?
(प्रस्तुत गद्यांश जिस पाठ से लिया गया है उसका नाम लिखिए। इस पाठ के लेखक कौन हैं ?)
2. Who was Tansen ? How did Akbar react to his music?
(तानसेन कौन था ? अकबर ने उसके संगीत पर क्या प्रतिक्रिया की ?)
Answer:
1. This passage has been taken from the lesson Our Indian Music : Stories and Anecdotes. The author of this lesson is R. Srinivsan.
(प्रस्तुत गद्यांश Our Indian Music: Stories and Anecdotes
नामक पाठ से लिया गया है। इसके लेखक आर० श्रीनिवासन हैं।)
2. Tansen was a great musician of Akbar’s court. To the music of Tansen, Akbar said, “I have not heard anyone else who can cast such a spell of magic and make a slave of our hearts.”
(तानसेन अकबर के दरबार का एक महान संगीतकार था। तानसेन के संगीत पर अकबर ने कहा,
मैंने किसी ऐसे अन्य कवि को नहीं सुना है जो इस प्रकार जादू का प्रभाव डाल सके और हमारे हृदय को दास बना सके।”)

(4) The great bard replied, ………. and charm of the music. [From passage 4 & 5 [2010]]

Question .
1. Who was Tansen’s master ? What did Tansen tell the emperor about his master? .
(तानसेन के गुरु कौन थे? तानसेन ने अपने गुरु के विषय में सम्राट को क्या बताया ?)
2. Why did Tansen introduce a false note to one of the songs taught by the Swami and to what result ?
(तानसेन ने स्वामी जी के सिखाए हुए गानों में से एक को गलत क्यों गाया और उसका क्या परिणाम
हुआ ?)
3. Do you think Tansen was a conceited man? Give a reason for your answer
(क्या आप सोचते हो कि तानसेन एक अभिमानी व्यक्ति था ? अपने उत्तर की पुष्टि में कारण दीजिए।)
4. What was Akbar’s wish ? How did he fulfil his wish ?
(अकबर की इच्छा क्या थी ? उसने अपनी यह इच्छा कैसे पूरी की ?),
                                 Or
Why did Akbar and Tansen go to the Himalayas ?
(अकबर और तानसेन हिमालय पर क्यों गए ?)
5. What warning was given to Akbar by Tansen ?
(अकबर को तानसेन के द्वारा क्या चेतावनी दी गयी ?)
6. How did Tansen make his Guru sing ? Why do you think this ruse was so | successful ?
(तानसेन ने अपने गुरु से गाना कैसे गवाया? आप कैसे सोचते हो कि यह छल इतना सफल रहा ?)
7. What did Hari Das say when Tansen sang a song with false note ?
(हरिदास ने क्या कहा जब तानसेन ने गलत धुन से गाना गाया ?)
8. What was the cause of anger of Swamiji ?
(स्वामी जी के क्रोध का क्या कारण था ?)
9. What did Tansen do after waiting several days ?
(कुछ दिनों तक प्रतीक्षा करने के बाद तानसेन ने क्या किया ?)
10. How did Hari Das rebuke Tansen ?
(हरि दास ने तानसेन को कैसे डॉटा ?)
11. When did Swamiji receive a shock ? What did he do then ?
(स्वामी जी को कब दु:ख हुआ? तब उन्होंने क्या किया ?)
12. why was Akbar greatly intrigued ?
(अकबर की उत्सुकता इतनी क्यों जाग गयी ?)
13. What did Akbar wish and why could he not fulfil it ?
(अकबर की इच्छा क्या थी और वह इसे पूरा क्यों नहीं कर सका ?)
14. What was the effect of Swamiji’s music on Akbar and Tansen ?
(अकबर और तानसेन पर स्वामी जी के संगीत का क्या प्रभाव पड़ा ?)
Answer:
1. Swami Hari Das was Tansen’s master. Tansen told the emperor that he had not mastered even a fraction of the master’s technique.
(स्वामी हरिदास तानसेन के गुरु थे। तानसेन ने सम्राट को बताया कि वह तो अपने गुरु के कौशल का एक छोटा-सा भाग भी नहीं है।)
2. Tansen knowingly introduced a false note to one of the songs taught by Swamiji to make him sing. Swamiji at once rebuked Tansen and began to sing himself to tell Tansen how to sing.
(तानसेन ने जान-बूझकर स्वामी जी के सिखाए हुए गानों में से एक गाने की गलत धुन उन्हें गाना गाने के लिए विवश करने को गायी। स्वामी जी ने तुरन्त तानसेन को डॉटा और यह बताने के लिए कि उसे
कैसे गाना चाहिए, स्वयं गाने लगे।)
3. No, I think Tansen was not a conceited man. He himself said that he had not mastered even the fraction of his master’s technique.
(नहीं, मैं मानता हूँ कि तानसेन एक अभिमानी व्यक्ति नहीं था। उसने स्वयं कहा कि उसने अपने गुरु के कौशल का एक अंश भी नहीं सीखा है।)
4. Akbar wished to hear Hari Das sing. He fulfilled his wish by going to the ashrama of Swamiji himself with Tansen. ”
(अकबर की इच्छा हरिदास को गातो हुआ सुनने की थी। उसने तानसेन के साथ स्वयं स्वामी जी के आश्रम में जाकर अपनी इच्छा पूरी की।)
5. Tansen warned Akbar that the Swamiji would sing only if he wanted to.
(तानसेन ने अकबर को चेतावनी दे दी थी कि स्वामी जी केवल तभी गायेंगे जब वे चाहेंगे।)
6. Tansen deliberately introduced a false note while singing a song taught to him by Swamiji and this made his Guru sing. I think this ruse was successful because Swamiji began to sing.
(तानसेन ने जान-बूझकर उस गाने में एक गलत सुर लगा दिया जो उसे स्वामी जी ने सिखाया था और उसने गुरु को गाने के लिए विवश कर दिया। मैं सोचता हूँ कि यह छल सफल रहा, क्योंकि
स्वामी जी गाने लगे।)
7. Swamiji became angry and said to Tansen that he was his pupil and how he could commit such a blunder.
(स्वामी जी नाराज हो गये और तानसेन से बोले कि वह उनका शिष्य होकर भी इतनी बड़ी गलती कैसे कर सकता है।)
8. Swamiji became angry when Tansen introduced a false note.
(जब तानसेन ने गलत राग छेड़ा, स्वामी जी नाराज हो गए।)
9. After waiting several days, Tansen sang a song taught by Swamiji and deliberately introduced a false note.
(कई दिनों तक प्रतीक्षा करने के बाद तानसेन ने स्वामी जी का सिखाया हुआ गीत गाया और जान-बूझकर गलत धुन निकाली।)
10. Hari Das rebuked Tansen, saying, “what has happened to you Tansen, that you, a pupil of mine, should commit such a gross blunder?”
(हरिदास ने तानसेन को यह कहते हुए डाँटा, “तानसेन, तुम्हें क्या हो गया है, मेरे शिष्य होकर तुम इतनी भारी भूल
कर रहे हो।”)
11. When Tansen knowingly sang a song with false note, Swamiji received a shock. He had taught Tansen the correct tone. For this he rebuked Tansen and then sang the song himself.
(जब तानसेन ने जान-बूझकर गलत सुर से गीत गाया, तब स्वामी जी को आघात पहुँचा। उन्होंने तानसेन को सही सुर सिखाया था। इसके लिए उन्होंने तानसेन को डाँटा और तब स्वयं गीत गाया।)
12. Akbar was greatly intrigued because Tansen had praised Swami Hari Das highly.
(अकबर की उत्सुकता इतनी जाग गयी क्योंकि तानसेन ने स्वामी हरिदास की भारी प्रशंसा की थी।)
13. Akbar wished to hear Hari Das sing but he could not fulfil it because Swamiji would not come to his court.
(अकबर ने हरिदास का संगीत सुनने की इच्छा की, किन्तु वह अपनी इच्छा को पूरा नहीं कर सका,
क्योंकि स्वामी जी उसके दरबार में नहीं आ सकते थे।)
14. The effect of music was that Akbar and Tansen forgot themselves in the sheer melody and charm of the music.
(संगीत का यह प्रभाव पड़ा कि अकबर व तानसेन संगीत में डूब गए तथा स्वयं को भी भूल गए।)

(5) He then started…………..makes all the difference.” [From passage 5 [2011, 15]]

Question .
1. It was a unique experience. What experience has been referred to here?
(यह एक अनूठा अनुभव था।’ यहाँ किस अनुभव की बात कही गयी है ?)
2. What was Akbar’s opinion about Tansen’s music beside the music of his master?
(अकबर के विचार में तानसेन का संगीत उसके गुरु के संगीत की तुलना में कैसा था ?)
                                 Or
What did Akbar say about the music of Tansen ?
(अकबर ने तानसेन के संगीत के विषय में क्या कहा ?)
3. What did Tansen say to Akbar to explain the difference between the music of his great teacher and his own ?
(तानसेन ने अपने महान् गुरु के संगीत और अपने में अन्तर समझाने के लिए अकबर को क्या : कहा?)
                                 Or
What was the cause of difference in Tansen’s music?
(तानसेन के संगीत के अन्तर का क्या कारण था?)
4. Why did Akbar and Tansen forget themselves ?
(अकबर और तानसेन स्वयं को क्यों भूल गए ?)
5. Whose music appealed to Akbar more ?
(अकबर को किसका संगीत अधिक अच्छा लगा ?)
6. Why was Hari Das’ music soul-stirring?
(हरिदास का संगीत आत्मा को झकझोरने वाला क्यों था?)
7. When did Swami Hari Das sing?
( स्वामी हरिदास कब गाते थे ?) …
Why was Tansen’s music not divine ?
(तानसेन का संगीत दिव्य क्यों नहीं था ?)
Answer:
1. Akbar has the unique experience of listening to the charming singing (music) presented by Guru
Hari Das.
(अकबर को जो अनुभव हुआ वह उस मनमोहक संगीत का था जो गुरु हरिदास ने प्रस्तुत किया था।)
2. Akbar’s opinion about Tansen’s music was that it was like chaff (useless) beside the charming music of his master.
(अकबर के विचार में तानसेन का संगीत उसके गुरु के संगीत की तुलना में भूसी के समान था।)
3. Tansen told Akbar that the difference between the music of his great teacher and his own, was due to the fact that he (Tansen) sang to the emperor’s bidding but his master sang when prompting came from his inner most.
(तानसेन ने अकबर को बताया कि उनके महान् गुरु तथा उनके (तानसेन) संगीत में अन्तर का कारण है कि वह (तानसेन) बादशाह के आदेश पर गाते हैं जबकि उनके गुरु अपनी अन्तरात्मा से
प्रेरणा प्राप्त होने पर गाते हैं।)
4. Akbar and Tansen forgot themselves in the melody and charm of music.
(संगीत की मधुरता और सुन्दरता में अकबर और तानसेन स्वयं को भूल गए।)
5. The music of Hari Das appealed to Akbar more.
(हरिदास का संगीत अकबर को अधिक अच्छा लगा।) ।
6. Hari Das’ music was soul-stirring because the prompting came from his innermost self when he sang.
(हरिदास का संगीत आत्मा को झकझोरने वाला था, क्योंकि जब प्रेरणा उनकी अन्तरात्मा से प्राप्त होती थी तभी वे गाते थे।)
7. Swami Hari Das sang when the prompting came from his innermost self.
(स्वामी हरिदास उस समय गाते थे जब उनकी अन्तरात्मा से प्रेरणा प्राप्त होती थी।) ।
8. Tansen’s music was not divine because he sang to the emperor’s bidding, not to prompting of his inner most self.”
(तानेसन का संगीत दिव्य नहीं था, क्योंकि वह सम्राट के आदेश पर गाता था, अपनी अन्तरात्मा की प्रेरणा से नहीं।)

LONG ANSWER TYPE QUESTIONS

Answer the following questions in about 60 words:

Question 1.
why was Brahma sad? who helped Him and how ? [2011, 12]
(ब्रह्मा दु:खी क्यों थे ? उनकी सहायता किसने और कैसे की ?)
                                Or
Why did His own creation appear purposeless to Brahma ? How did Saraswati try to remove
His sadness ?
(ब्रह्मा को अपनी सृष्टि उद्देश्यहीन क्यों लगी ? सरस्वती ने उनके दुःख को दूर करने का कैसे प्रयास किया ?)
                                 Or
What did Brahma create in the universe ? How did Saraswati help Him?
( ब्रह्मा ने ब्राह्माण्ड में क्या रचना की ? सरस्वती ने उनकी कैसे सहायता की ?) [2011]
Answer:
Lord Brahma created this universe. He filled it with numerous things of beauty, charm and splendour. But the man ignored them. So He was sad. Saraswati understood His feelings. She conceived an idea to remove His sadness. She created music and fine arts. She created the.power to respond to this beauty through music. She filled man with this power. Thus the human beings began to take interest in the creation of Brahma. Then Brahma became happy.
(ब्रह्मा ने इस ब्रह्माण्ड की रचना की। उन्होंने इसे अनेक सुन्दर वस्तुओं, सुन्दरता तथा आकर्षण से भर दिया। किन्तु मनुष्य ने उसे अनदेखा कर दिया। अत: वे दु:खी थे। सरस्वती उनकी भावनाओं को समझ गयीं। उन्होंने उनके दु:ख को दूर करने की योजना बनाई। उन्होंने संगीत तथा ललित-कलाओं की रचना की। उन्होंने संगीत के द्वारा इस सुन्दरता का प्रत्युत्तर देने की शक्ति की रचना की। उन्होंने मनुष्य को इस शक्ति से भर दिया। इस प्रकार मानव जाति ने ब्रह्मा की सृष्टि में रुचि लेनी आरम्भ कर दी। तब ब्रह्मा प्रसन्न हो गये।)

Question 2.
How did Tansen explain the difference between his own position and that of his Guru Swami Hari Das? [2009]
( तानसेन ने अपनी स्थिति और अपने गुरु स्वामी हरिदास की स्थिति में क्या अन्तर बताया ?)
                                      Or
How did Tansen prove to Akbar that his teacher’s music was superior to his own? What reason did he give for it?
(तानसेन ने यह कैसे सिद्ध किया कि उसके गुरु का संगीत उसके संगीत से श्रेष्ठ है ? ऐसा होने का उसने क्या कारण बताया ?)
                                      Or
What makes all the difference between the music of Tansen and that of Swami Hari Das ? Whose music was more appealing to Emperor Akbar ? [2016] 
किस बात ने स्वामी हरिदास तथा तानसेन के संगीत में अन्तर स्पष्ट किया ? किसके संगीत ने सम्राट् अकबर को अधिक आकर्षित किया ?) [2009]
Answer:
Akbar was very fond of music. Tansen was a bard in his court. One day Akbar asked him the secret of his sweet music. At this Tansen told Akbar that his Guru Swami Hari Das was much superior to him. He was nothing before his Guru. Akbar wished to hear his Guru. But Tansen told him that his Guru would not come to the court. Akbar became ready to go to his ashrama. After waiting for a long time Akbar could hear Swamiji. Hearing the song of Swamiji, Akbar and Tansen forgot themselves in the melody of the song. Then Tansen said to Akbar, “There is only one difference. I sing on your bidding to please you but Swamiji sings when he is prompted from within”. (अकबर संगीत का बहुत शौकीन था। तानसेन उसके दरबार में एक गायक कवि था। एक दिन अकबर ने उसके मधुर संगीत का रहस्य पूछा। इस पर तानसेन ने अकबर को बताया कि उसके गुरु स्वामी हरिदास उससे कहीं अधिक महान् हैं। अपने गुरु के सामने तो वह कुछ भी नहीं है। अकबर ने उसके गुरु को सुनने की इच्छा की। किन्तु तानसेन ने उसे बताया कि उसके गुरु दरबार में नहीं आएँगे। अकबर उनके आश्रम में जाने को तैयार हो गया। काफी समय प्रतीक्षा करने के बाद अकबर स्वामी जी को सुन सका।। स्वामी जी का गीत सुनकर अकबर और तानसेन संगीत की मधुरता में स्वयं को भूल गये। तब तानसेन ने अकबर से कहा, “एक ही अन्तर स्पष्ट है। मैं आपको प्रसन्न करने के लिए आपकी आज्ञा पर गाता हूँ, किन्तु स्वामी जी उसी समय गाते हैं जब अन्तरात्मा से उन्हें प्रेरणा मिलती है।”)

Question 3.
What was Akbar’s wish ? How was it fulfilled ? ”
(अकबर की इच्छा क्या थी ? यह कैसे पूरी हुई ?)
                                     Or
What is Tansen’s opinion about his master ? How did he make him [2011]
(अपने गुरु के विषय में तानसेन का क्या मत है ? उसने उन्हें गाने के लिए कैसे उकसाया ?)
Answer:
Tansen was a wonderful musician in the eyes of Akbar. Tansen told Akbar that he had not mastered even a fraction of his master, Swami Hari Das technique. At this Akbar became curious to hear Hari Das. But Hari Das could not come to his court. So he and Tansen went to the Himalayas where Swami Hari Das lived in an ashrama. Tansen had warned Akbar that Swamiji would sing only if he wanted to. Akbar stayed at the ashrama for several days but Swami Hari Das did not sing. In the end, Tansen had to play a trick to make Hari Das sing. Thus Akbar’s wish was fulfilled.
अकबर की दृष्टि में तानसेन एक महान् संगीतकार था। तानसेन ने अकबर को बताया कि वह अपने गुरु हरिदास के कौशल का एक अंश भी नहीं है। इस पर अकबर गुरु हरिदास का संगीत सुनने को आतुर हो गया। लेकिन हरिदास उसके दरबार में नहीं आ सकते थे। अतः अकबर व तानसेन हिमालय पर्वत पर गये, जहाँ स्वामी हरिदास एक आश्रम में रहते थे। तानसेन ने अकबर को पहले ही सचेत कर दिया कि स्वामी जी अपनी इच्छा से ही गाएँगे। अकबर कई दिन आश्रम में रुके लेकिन स्वामी हरिदास ने गाना नहीं गाया। अन्त में तानसेन ने हरिदास को गवाने के लिए एक चाल चली। इस प्रकार अकबर की इच्छा पूरी हुई।)

Question 4.
How did Tansen make his Guru sing ? Why do you think this ruse (trick) was so successful ?
(तानसेन ने किस प्रकार अपने गुरु को गाने के लिए विवश किया ? आप क्यों सोचते हो कि यह चाल इतनी सफल हुई ?)
                                            Or
What did Tansen do to make Hari Das sing for Akbar? [2012, 13]
(तानसेन ने अपने गुरु हरिदास का संगीत अकबर को सुनाने के लिए क्या किया ?)
Answer:
Akbar and Tansen went to Hari Das’ ashrama and stayed there for several days but Hari Das did not sing. Tansen himself started singing a song taught to him by Guru and knowingly introduced a false note in between. This jolted the Guru. He rebuked Tansen for it and started singing the song himself correctly. The mood came upon him and he forgot himself. The ruse was successful because Tansen knew very well that the Guru would sing only if his emotions were stirred and a spontaneous urge was created in his heart.
(अकबर और तानसेन हरिदास के आश्रम गये और वहाँ कई दिन रुके परन्तु हरिदास ने गाना नहीं गाया। तानसेन ने गुरु द्वारा सिखाए गए एक गाने को जान-बूझकर गलत ढंग से गाना शुरू कर दिया। इसने गुरु जी को झकझोर दिया। उन्होंने तानसेन को डाँट लगाई और उस गाने को स्वयं ठीक ढंग से गाने लगे। उन पर एक नशा-सा छा गया और वे अपने आप को भूल गये। तानसेन की चाल काम कर गयी, क्योंकि तानसेन को ज्ञात था कि गुरु जी तब ही गाएँगे जब उनके भावों को झकझोर दिया जाए तथा गाने की एक तीव्र इच्छा उनके अन्त:करण में जाग्रत कर दी जाए।)

Question 5.
Did Swami Hari Das sing for Akbar? How was Akbar’s wish fulfilled? What does it show ?
(क्या स्वामी हरिदास ने अकबर के लिए गीत गाया ? अकबर की इच्छा कैसे पूरी हुई ? यह बात क्या प्रदर्शित करती है ?)
                                                     Or
Did Swami Hari Das sing for Akbar ? What made him sing? How did he do it? [2011]
(क्या स्वामी हरिदास ने अकबर के लिए गाया ? उनसे किसने गवाया ? उसने ऐसा कैसे किया ?)
Answer:
No, Swami Hari Das did not sing for Akbar. He never sang for anybody. Akbar wished to hear Hari Das sing. So he himself went to the ashrama of Swamiji with Tansen. Tansen sang a false note knowingly. Swami Hari Das could not bear it. He rebuked Tansen and sang that song himself correctly. Thus Akbar’s wish was fulfilled. It shows that a truly great musician sings only when he is urged by his inner soul to pour out his music.
(नहीं, स्वामी हरिदास ने अकबर के लिए गीत नहीं गाया। उन्होंने कभी किसी के लिए नहीं गाया। अकबर की इच्छा हरिदास को गाता हुआ सुनने की थी। इसलिए वह तानसेन के साथ स्वयं स्वामी जी के आश्रम में गया। तानसेन ने जान-बूझकर गलत सुर में गीत गाया। स्वामी हरिदास इस बात को सहन नहीं कर सके। उन्होंने तानसेन को डाँटा और स्वयं वही गीत शुद्ध रूप में गाया। इस प्रकार अकबर की इच्छा पूर्ण हो गयी। यह बात प्रदर्शित करती है कि एक सच्चा महान् संगीतकार केवल उसी समय गाता है जब गीत गाने के लिए वह अन्तरात्मा से प्रेरित हो।)

Question 6.
who was Swami Hari Das ? Why did Akbar want to hear him ? Why ” could he not call Hari Das to his court ? What did he do then ? [2009, 14]
(स्वामी हरिदास कौन थे ? अकबर उनका गाना सुनना क्यों चाहता था ? वह हरिदास को अपने दरबार में क्यों नहीं बुला सका ? फिर उसने क्या किया ?)
Answer:
Swami Hari Das was the Guru (teacher) of great musician, Tansen. Tansen was one of the nine jewels of the court of Akbar. Once Tansen said that he was a pigmy by the side of his teacher Swami Hari Das. This made Akbar anxious to see Swamiji and hear his song. Akbar could not call Swami Hari Das because he lived in the Himalayas and would not sing at the bidding. So Akbar with Tansen went to Swamiji. One day Tansen himself sang a song taught by his teacher with a wrong note. This provoked Swamiji and he began to sing himself.
(स्वामी हरिदास महान् संगीतकार तानसेन के गुरु थे। तानसेन अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक थे। एक बार तानसेन ने कहा कि वह अपने गुरु स्वामी हरिदास के सामने एक बौने की तरह है। इस बात ने अकबर को स्वामी जी से मिलने तथा उनके संगीत को सुनने के लिए उत्तेजित कर दिया। अकबर स्वामी हरिदास को नहीं बुला सका, क्योंकि वह हिमालय पर रहते थे और फिर किसी के कहने पर वह गाते भी नहीं थे। इसलिए अकबर तानसेन के साथ स्वामी जी के पास गया। एक दिन तानसेन स्वयं ही गलत सुरों का प्रयोग करके वह गीत गाने लगे जो उनके गुरु ने सिखाया था। इससे स्वामी जी भड़क गये और उन्होंने स्वयं गाना आरम्भ कर दिया।)

SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS

Answer the following questions in about 25 words:

Question 1.
who are Brahma and Saraswati ? How are they related ? ।
(ब्रह्मा और सरस्वती कौन हैं ? उनका क्या सम्बन्ध है ?)
Answer:
Brahma is the creator of this universe. Saraswati is the creator of music and fine arts. She created among men the power to appreciate beauty. They are husband and wife. (ब्रह्मा इस सृष्टि के रचयिता हैं। सरस्वती ललित कलाओं तथा संगीत की रचयिता हैं। उन्होंने मनुष्य में सुन्दरता को सराहने की क्षमता प्रदान की। दोनों आपस में पति-पत्नी हैं।)

Question 2.
who is the Creator of the universe ? what has he created? [2014]
(सृष्टि की रचना किसने की ? उसने क्या रचा ?)
                            Or
What had Brahma created? Why was he sad? ? [2015, 17]
(ब्रह्मा ने क्या रचना की ? वह दु:खी क्यों थे ?)
Answer:
Brahma is the Creator of this universe. He created the mountains, waterfalls, trees and animals like deer, peacocks and flowers. He was sad because human souls did not seem to be sensitive to the beauty of the creation.
(ब्रह्मा इस सृष्टि के रचयिता हैं। उन्होंने पर्वतों, झरनों, वृक्षों तथा जानवरों जैसे, हिरणों, मोरों तथा फूलों की रचना की। वे दु:खी थे क्योंकि मनुष्य ने इस सुन्दरता के प्रति संवेदनशीलता नहीं दिखाई।)

Question 3.
why does a work of art thrill and awe us ?
(एक कलाकृति क्यों हमें रोमांचित करती है और क्यों संभ्रम में डालती है ?)
                            Or
How does a great work of art affect us ? And why?
(महान् कलाकृति हमें कैसे प्रभावित करती हैं ? और क्यों ?)
                            Or
Bring out the greatness of Indian art as described in ‘Our Indian Music : Stories and Anecdotes’. (‘Our Indian Music : Stories and Anecdotes’
पाठ में वर्णित भारतीय कला की महानता बताइए।)
Answer:
A work of art thrills and awes us because there is a great spiritual urge of the artist behind it. The artist pours all his devotion to perform his art.
(एक कलाकृति हमें इस कारण रोमांचित करती है और संभ्रम में डालती है क्योंकि इसके पीछे कलाकार की आध्यात्मिक प्रेरणा होती है। कलाकार अपनी कला के प्रदर्शन में पूर्ण निष्ठावान हो जाता है।) who was Swami Hari Das ? Why did

Question 4.
Akbar want to meet him ?
(स्वामी हरिदास कौन थे ? अकबर उनसे क्यों मिलना चाहता था ?) [2012, 15, 18]
                              Or
What did Akbar do to listen to the great singer? [2012]
या (अकबर ने उनसे मिलने के लिए क्या किया ?)
Answer:
Swami Hari Das was the Guru of great musician Tansen. Tansen had highly praised Swami Hari Das before Akbar. So Akbar wanted to meet him and went to the Himalayas with Tansen.
(स्वामी हरिदास महान संगीतकार तानसेन के गुरु थे। तानसेन ने अकबर के समक्ष स्वामी हरिदास की अत्यन्त प्रशंसा की थी। अत: अकबर उनसे मिलना चाहता था और वह तानसेन के साथ हिमालय पर्वत पर गया।)

Question 5.
Why did saraswati give the man music and other fine arts ?
(सरस्वती ने मनुष्य को संगीत और अन्य ललित कलाएँ क्यों प्रदान कीं ?) [2012, 14, 16]
Answer:
Saraswati gave the man the power of music and other fine arts so that the man might take interest in the creation of Brahma. (सरस्वती ने मनुष्य को संगीत और अन्य ललित कलाओं का ज्ञान दिया ताकि मनुष्य ब्रह्मा की सृष्टि में रुचि ले सके।)

Question 6.
What is the basic truth on which all Indian art is developed ?
(वह मौलिक सत्य क्या है जिस पर सम्पूर्ण भारतीय कला विकसित हुई है ?)
                          Or
What is the nature of true art ?
(सच्ची कला का स्वभाव क्या होता है ?)
Answer:
One of the basic truths on which all Indian art is developed is that true art is never made to order but it comes as an irresistible inner urge. (सारी भारतीय कला एक मौलिक सत्य पर विकसित हुई है कि यह आदेश देने पर नहीं आती बल्कि यह तो एक अबाध आन्तरिक प्रेरणा से आती है।)

Question 7.
How did Tansen describe the music of his master, Swami Hari Das? How did he feel before his master ?
(तानसेन ने अपने गुरु स्वामी हरिदास के संगीत का वर्णन कैसे किया? वह अपने गुरु के समक्ष स्वयं को कैसा अनुभव करता था ?)
Answer:
Tansen described the music of his master as much superior. He sang for nobody. He sang only when the prompting came from his innermost self. Tansen felt himself pigmy before his master.
(तानसेन ने बताया कि उसके गुरु का संगीत कहीं अधिक अच्छा है। वे किसी व्यक्ति के लिए नहीं गाते। वे उसी समय गाते हैं, जब उनकी अन्तरात्मा से प्रेरणा होती है। तानसेन स्वयं को अपने गुरु के सामने बौना । मानता था।) .

Question 8.
why was Akbar greatly intrigued ? Where did he and Tansen go ?
(अकबर इतना उत्सुक क्यों हुआ ? वह और तानसेन कहाँ गये ?)
Answer:
Tansen told Akbar that he was nothing before his Guru. At this Akbar became anxious to hear his Guru, Hari Das. He and Tansen both went to the Ashrama of Hari Das.
(तानसेन ने अकबर को बताया कि अपने गुरु के समक्ष वह कुछ भी नहीं है। इस पर अकबर उसके गुरु तानसेन को सुनने के लिए उत्सुक हो गया। वह और तानसेन दोनों हरिदास के आश्रम में गये।)

Question 9.
who was Tansen ? How did Akbar react to the music of Tansen ?
(तानसेन कौन था ? अकबर ने तानसेन के संगीत पर क्या प्रतिक्रिया की ?)
Answer:
Tansen was the bard of Akbar’s court. To the music of Tansen, Akbar said, “I have not heard anyone else who can cast such a spell of magic and make a slave of our hearts”.
(तानसेन अकबर के दरबार का एक महान् संगीतकार था। तानसेन के संगीत पर अकबर ने कहा, “मैंने किसी अन्य ऐसे कवि को नहीं सुना है जो इस प्रकार जादू का प्रभाव डाल सके और हमारे हृदय को दास बना सके।”)

Question 10.
why did Akbar and Tansen go to the Himalayas ? [2011]
(अकबर और तानसेन हिमालय की ओर क्यों गए?)
Answer:
Akbar wanted to hear Swami Hari Das but he could not get him to his court. So he and Tansen went to the Himalayas where Swamiji lived in his ashrama.
(अकबर स्वामी हरिदास का गायन सुनना चाहते थे, परन्तु वे उन्हें अपने दरबार में नहीं बुला सकते थे। अतः अकबर व तानसेन स्वामी जी के आश्रम में हिमालय की ओर स्वयं गये।)

Question 11.
Do you think Tansen was a conceited man? Give a reason for your answer.
(क्या आप तानसेन को एक अभिमानी व्यक्ति मानते हैं ? अपने उत्तर की पुष्टि के लिए एक कारण दीजिए।)
Answer:
Tansen was not a conceited man. Rather he was a humble man. He calls himself ‘pigmy’ by the side of his master. (तानसेन अभिमानी व्यक्ति नहीं था। बल्कि वह एक विनम्र व्यक्ति था। वह अपने गुरु की तुलना में स्वयं को बौना मानता है।)

Question 12.
Even a great Emperor like Akbar was unable to fulfill a wish of his own. What was it ? What did he do instead?
(अकबर जैसा महान् सम्राट् भी अपनी एक इच्छा पूरी न कर सका। यह क्या थी? इसके स्थान पर उसने क्या किया ?)
Answer:
The great Emperor Akbar wished to hear Hari Das sing, but he could not hear him sing in his court. Instead of it, he himself went to his Ashrama with Tansen.
(महान् सम्राट् अकबर की इच्छा हरिदास के संगीत को सुनने की थी। किन्तु वह उन्हें अपने दरबार में नहीं सुन सका। इसके स्थान पर उसे तानसेन के साथ उनके आश्रम में जाना पड़ा।) .

Question 13.
who was Swami Haridas? Where did Akbar go to listen to his music? [2016]
(स्वामी हरिदास कौन थे ? अकबर उनका संगीत सुनने के लिए कहाँ गया ?)
Answer:
Swami Haridas was the Guru of Tansen. Akbar went to the Ashram of Haridas at the Himalayas to listen to his music.
(स्वामी हरिदास तानसेन के गुरु थे। अकबर उनका संगीत सुनने के लिए हिमालय पर स्थित उनके आश्रम में : गया।)

Question 14.
How did Tansen provoke Haridas to sing? [2016]
(तानसेन ने हरिदास को गाने के लिए कैसे उकसाया ?)
                        Or
Why did Tansen sing a song with a false note ? [2018]
(तानसेन ने गलत सुर में गाना क्यों गया?)
Answer:
Tansen provoked Haridas to sing by singing a false note knowingly.
(जानबूझकर गलत सुर में गाकर तानसेन ने हरिदास को गाना गाने के लिए उकसाया।)

Question 15.
Did Swami Hari Das sing for Akbar? who made him sing? How did he do it ?
(क्या स्वामी हरिदास ने अकबर के लिए गाना गाया? यह गाना उनसे किसने गवाया? उसने यह कैसे किया?)
                                Or
What did Tansen do to make Haridas sing? [2014]
(हरिदास से गाना गवाने के लिए तानसेन ने क्या किया?)
Answer:
No, Swami Hari Das did not sing for Akbar. Tansen made him sing. When Tansen knowingly sang a song with false note, Swamiji got angry at him and then he sang it himself correctly.
(नहीं, स्वामी हरिदास ने अकबर के लिए नहीं गाया। तानसेन ने उनसे गीत गवाया। जब तानसेन ने जान-बूझकर गलत सुर के साथ एक गीत गाया, स्वामीजी उस पर क्रोधित हो गए और तब उन्होंने वह गीत सही रूप में स्वयं गाया।)

Question 16.
What was Akbar’s reaction on hearing Swami Hari Das sing? What did he say to Tansen ?
(स्वामी हरिदास को गाते हुए सुनकर अकबर की क्या प्रतिक्रिया हुई ? उसने तानसेन से क्या कहा ?)
Answer:
On hearing Swami Hari Das sing, Akbar forgot himself. He said to Tansen, “Your music is lifeless as compared to that of Swamiji.”
(स्वामी हरिदास को गाता हुआ सुनकर अकबर अपनी सुधबुध खो बैठा। उसने तानसेनं से कहा, “स्वामी जी के संगीत की तुलना में तुम्हारा संगीत निर्जीव है।”) ।

Question 17.
“That makes all the difference. What is it that makes the difference and to what ?
(“इसी से सारा अन्तर पड़ता है।” किस बात से अन्तर पड़ता है और क्या ?)
                              Or
What makes all the difference between the music of Tansen and that of Swami Hari Das ? [2015]
(तानसेन और स्वामी हरिदास के संगीत के बीच किस बात से सारा अन्तर पड़ता है ?)
Answer:
Spiritual urge behind a work of art makes the difference. Tansen used to sing to please Akbar on his order. But Swami Hari Das sang due to his inner urge not by an outward order.
(कलाकृति के पीछे आध्यात्मिक प्रेरणा अन्तर लाती है। तानसेन अकबर के आदेश पर उसे प्रसन्न करने के लिए गाता था। किन्तु स्वामी हरिदास अपनी आन्तरिक प्रेरणा के कारण गाते थे, बाहरी आदेश से नहीं।)

Question 18.
why was Hari Das’ music soul-stirring ?
(हरिदास का संगीत आत्मा को झकझोरने वाला क्यों था ?)
Answer:
Hari Das’ music was soul-stirring because he sang due to his inner urge.
(हरिदास का संगीत आत्मा को झकझोरने वाला था, क्योंकि वे अपनी आन्तरिक प्रेरणा के कारण गाते थे।)

VOCABULARY

(a) Match the words in List ‘A’ with their nearest meanings in List ‘B’ :
UP Board Solutions for Class 10 English Prose Chapter 6.1

(b) Fill in the blanks with the words given below :
(1) Words : splendour, consort, bidding, enchanting.
Answer:
1. Many songs of Lata are very enchanting.
2. Mr. Clinton was also charmed to see the splendour of the Taj.
3. The angels work at the bidding of God.
4. Saraswati is Brahma’s consort.

(2) Words : prompting, sitar, technique, created
Answer:
1. Some musicians play sitar very well.
2. He is a clever man. He can find out the technique to do this work.
3. Brahma has created all the beauty and splendour of the world.
4. My master sings when prompting comes from his innermost self.

(c) Use the following words in your own sentences so as to make their meanings clear :
essence, universe, deliberately, ecstasy, intrigued.
Answer:
1. The greatness of Indian art lies in its essence.
2. God is the creator of this universe.
3. You have deliberately made the carpet dirty.
4. Hearing Tansen, Akbar went into ecstasy.
5. Akbar was greatly intrigued to hear Hari Das.