UP Board Solutions for Class 5 Hindi Kalrav Chapter 11 तीन सवाल
तीन सवाल शब्दार्थ
यथेष्ट = इच्छित, जितना चाहिए उतना
रणनीति = युद्धनीति
सलाहकार = सलाह या राय देने वाला
मन पसीज उठा = मन में दया भाव उत्पन्न हुआ
अंगरक्षक = सुरक्षा के लिए नियुक्त सिपाही
प्रतिशोध = बदला चुकाने की भावना से किया जाने वाला व्यक्तिगत काम
तीन सवाल पाठ का सारांश
एक समझदार राजा था। वह सब कार्य सोच-विचारकर करता था। एक दिन उसके मन में तीन सवाल उठे। पहला सवाल था- कार्य करने का सही समय कौन-सा होता है? दूसरा सवाल थाकिसकी बात सुनी जाए, किसकी बात टाली जाए? तीसरा आवश्यक सवाल था- कौन सा कार्य आवश्यक होता है?
तीनों सवालों के उत्तर पाने के लिए राजा ने घोषणा कराई। दूर-दूर से लोग राजा के पास आने लगे; परन्तु राजा किसी के उत्तर से संतुष्ट नहीं हुआ। राजा जंगल में गया।
जंगल में एक साधु तपस्या में लीन थे। राजा सादे वेश में साधु से जाकर मिला। साधु लगन से झोंपड़ी के पास की जमीन खोद रहे थे। राजा ने तीनों सवाल साधु को बताकर उनके उत्तर माँगे। साधु जवाब न देकर काम में जुटे रहे। साधु को हाँफता देखकर राजा का मन पसीज गया। उसने कुदाल लेकर खोदना शुरू कर दिया। राजा खोदता रहा। चूंकि साधु ने कोई उत्तर नहीं दिया, इसलिए राजा ने स्वयं के वापस जाने की बात कही। साधु फिर भी चुप रहे।
तभी एक आदमी भागते हुए आया। उसके पेट से खून बह रहा था। राजा और साधु दोनों ने मिलकर उसकी आवश्यक देखभाल की। उसके घाव पर पट्टियाँ बाँधी गईं। उसे ठंडा पानी पिलाया गया, वस्त्रादि से ढका गया और रात में सब सो गए।
दूसरे दिन सुबह लेटे हुए आदमी ने धीमे स्वर में राजा से माफी माँगी और स्वयं को राजा का शत्रु बताया और कहा कि वह राजा को मारने आया था, परन्तु अंगरक्षकों ने उसे घायल कर दिया। यदि राजा उसकी मरहम-पट्टी न करता, तो वह मर ही जाता।
सारी बात सुनकर राजा खुश हुआ और उसे माफ कर दिया। वह झोंपड़ी से बाहर आया और साधु से अपने सवालों के जवाब पूछने लगा।
साधु ने कहा कि आपको सवालों के जवाब मिल चुके हैं। राजा नहीं समझ सका। साधु फिर बोला, यदि आपको दया न आती और खुदाई में मेरी मदद न करते, तो आप बाहर चले जाते और यह शत्रु आपको मार देता। अतः क्यारियाँ तैयार करने का समय सबसे सही समय था। सबसे महत्त्वपूर्ण आदमी में था जिसकी बात आपने सुनी।
“दौड़कर आनेवाले व्यक्ति की मरहम-पट्टी का काम सही था, नहीं तो वह मर जाता। वह घायल आदमी महत्त्व का था। क्योंकि उसी से आपको अपने शत्रु के बारे में पता चला। राजा द्वारा की गई मरहम-पट्टी सबसे जरूरी कार्य था।” सबसे सही समय वही होता है, जब हमारे पास किसी तरह की शक्ति होती है। सबसे महत्त्व का आदमी वह होता है, जिसके साथ हम होते हैं। सबसे जरूरी काम अपने सामने संकट में पड़े आदमी की सहायता करना होता है। मनुष्य को जीवन परोपकार करने के लिए ही मिला है।
तीन सवाल अभ्यास प्रश्न
शब्दों का खेल
प्रश्न १.
(क) नीचे लिखे उपसर्गों को जोड़कर शब्द बनाओ- (शब्द बनाकर )जैसे
प्रति + शोध = प्रतिशोध।
अनु + चर = अनुचर।
उत्तर:
प्रति + कूल = प्रतिकूल।
अनु + करण = अनुकरण।
(ख) नीचे लिखे अनुच्छेद में उचित स्थान पर विराम-चिह्नों का प्रयोग करो- (विराम चिह्नों का प्रयोग कर )
सारे उत्तर अलग-अलग थे। राजा को एक भी उत्तर सही नहीं लगा। वह साधु के पास गया। उसने देखा, साधु बहुत लगन से जमीन खोद रहे थे। पास जाकर राजा ने कहा, “मैं आपके पास अपने प्रश्नों के उत्तर पाने की आशा में आया हूँ। मेरा पहला प्रश्न है- किसी कार्य को शुरू करने का सही समय कौन-सा है?”
(ग) स्तम्भ ‘क’ में उपसर्ग तथा स्तम्भ ‘ख’ में शब्द दिए गए हैं, जोड़कर सार्थक शब्द बनाओ- (शब्द बनाकर)
आ + जीवन = आजीवन
अव + गुण = अवगुण
अप + हरण = अपहरण
निर् + बल = निर्बल
निर् + मल = निर्मल
निर् + आदर = निरादर
निर् + आदर = निरादर
सु + लेख = सुलेख
सु + गम = सुगम
अप + मान = अपमान
अप + यश = अपयश
अव + तार = अवतार
आ + गमन = आगमन
निर् + दोष = निर्दोष
आ + हार = आहार
प्र + ख्यात = प्रख्यात
सु + पुत्र = सुपुत्र
प्रश्न २.
दिए गए शब्दों के समानार्थक शब्दों को अक्षर-जाल से खोज निकालो। इन्हें ऊपर से नीचे तथा बाएँ से दाएँ ढूँढ़ सकते हो
चन्द्रमा = तारापति
अश्व – घोड़ा
आम = रसाल
पानी – नीर
सोना = कनक
अग्नि = पावक
आकाश = नभ, अंबर
मनुष्य = जन
कमल = पंकज
पिता = जनक
प्रश्न ३.
विभा का… उठा। रिक्त स्थानों पर उचित मुहावरों का प्रयोग करो-(प्रयोग करके)
घोड़े बेचकर सोना, आँखों का तारा होना, हाथ-पैर फूलना, दाँतों तले अंगुली दबाना, सिर पर पैर रखकर भागना, पेट में चूहे कूदना।
(क) सिपाही को देखकर चोर सिर पर पैर रखकर भागा।
(ख) अचानक सामने शेर को देखकर उसके हाथ-पैर फूल गए।
(ग) पकवानों की महक नाक में आते ही पेट में चूहे कूदने लगे।
(घ) नट को पतली रस्सी पर चलते देखकर लोगों ने दाँतों तले उँगली दबा ली।
(ङ) परीक्षा समाप्ति के दिन वह घोड़े बेचकर सो गया।
प्रश्न ४.
नीचे दिए गए वाक्यों में से संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया-विशेषण शब्दों को छाँटकर निर्धारित खानों में लिखो- (लिखकर)
(क) रसोइए ने अपनी मैली धोती नहीं बदली।
(ख) क्या आप मेरी बड़ी बहन से मिली हैं?
(ग) जो परिश्रम करेगा, वही मीठे फल खाएगा।
(घ) वह धीरे-धीरे नदी के किनारे पहुँचा।
(ङ) छोटा बच्चा जोर-जोर से चिल्लाने लगा। संज्ञा
बोध प्रश्न
प्रश्न १.
उत्तर दो
(क) राजा के मन में उठनेवाले तीन सवाल क्या थे?
उत्तर:
राजा के मन में उठनेवाले तीन सवाल निम्न थे
(१) कार्य करने का अच्छा समय कौन-सा है?
(२) किसकी बात मानी जाए और किसकी टाली जाए?
(३) कौन-सा कार्य करना जरूरी होता है?
(ख) लोगों से प्रश्नों के उत्तर पाकर राजा संतुष्ट क्यों न हो सका?
उत्तर:
लोगों ने सही उत्तर नहीं दिए। किसी ने कुछ और किसी ने कुछ कहा; इसीलिए राजा संतुष्ट नहीं हो सका।
(ग) राजा को अपने प्रश्नों के क्रमशः क्या उत्तर मिले?
उत्तर:
राजा को अपने प्रश्नों के क्रमशः निम्न उत्तर मिले
(१) जिस समय, जो कार्य हो रहा हो, उसे करने का वही उपयुक्त समय है।
(२) उस समय जो व्यक्ति पास हो, वही महत्त्वपूर्ण है।
(३) तुम्हारे निकट यदि कोई व्यक्ति संकट में हो, तो उसकी रक्षा करना ही सबसे जरूरी काम है।
प्रश्न २.
संक्षेप में लिखो
(क) जब घायल व्यक्ति भागते हुए साधु की कुटिया पर आया, तब साधु और राजा ने क्या किया?
उत्तर:
साधु और राजा ने उस घायल व्यक्ति की मरहम पट्टी की और उसे मरने से बचाया।
(ख) घायल व्यक्ति ने अपने बारे में राजा से क्या बताया?
उत्तर:
घायल व्यक्ति ने बताया कि मैं आपका शत्रु हूँ और आपको मारने के लिए आया था।
प्रश्न ३.
सोचो और बताओ
(क) यदि साधु ने सीधे-सीधे प्रश्नों का उत्तर दे दिया होता, तो क्या होता?
उत्तर:
यदि साधु राजा के प्रश्नों के सीधे उत्तर दे देते, तो राजा तुरंत लौट जाता और शत्रु द्वारा मारा जाता।
(ख) यदि घायल की मरहम पट्टी और सेवा में राजा रुचि नहीं लेते, तो क्या होता?
उत्तर:
यदि घायल की मरहम पट्टी और सेवा में राजा रुचि नहीं लेते, तो वह मर जाता।
(ग) राजा द्वारा की गई सेवा का घायल व्यक्ति पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
घायल व्यक्ति राजा द्वारा की गई सेवा से बहुत प्रभावित हुआ। उसने भविष्य में राजा … की सेवा करने की इच्छा व्यक्त की।
(घ) राजा की जगह तुम होते तो
(अ) साधु की कुटिया पर पहुँचकर क्या करते?
उत्तर:
साधु की कुटिया पर पहुँचकर अपने प्रश्नों के उत्तर माँगते।
(ब) घायल व्यक्ति के साथ कैसा व्यवहार करते?
उत्तर:
घायल व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करते, अर्थात् उसका उपचार करते।
तुम्हारी कलम से
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।
अब करने की बारी
नोट – विद्यार्थी अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।
कितना सीखा – २
प्रश्न १.
नीचे लिखे शब्दों का शुद्ध उच्चारण करते हुए अर्थ बताओ- (अर्थ बताकर)
प्रश्न २.
नीचे लिखे शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची शब्द लिखो- (लिखकर)
फूल, = पुष्प, सुमन, कुसुम
सूर्य = भास्कर, रवि, अर्क
पृथ्वी = धरा, वसुधा, वसुन्धरा
प्रश्न ३.
विशेषण से भाववाचक संज्ञा बनाओ- (संज्ञा बनाकर )
वीर = वीरता
विशाल = विशालता
कुटिल = कुटिलता
सज्जन = सज्जनता
प्रश्न ४.
नीचे लिखे शब्दों में उपसर्ग अलग करके लिखो
निर्धन = निर् + धन
प्रतिशोध = प्रति + शोध
प्रख्यात = प्र + ख्यात
सुगति = सु + गति
अनुचर = अनु + चर
अवगुण = अव + गुण
प्रश्न ५.
नीचे लिखे मुहावरों के अर्थ बताते हुए उनका अपने वाक्यों में प्रयोग करो(वाक्य प्रयोग करके)
सिर ऊँचा करना = सम्मान बढ़ाना – अच्छे कार्य करने से देश का सिर ऊँचा होता है।
इधर की उधर लगाना = एक से दूसरे की शिकायत करना – इधर की उधर लगाना बुरी आदत है।
दाँतों तले अंगुली दबाना = अचंभे में होना – नट के करतब देखकर लोगों ने दाँतों तले अंगुली दबा ली।
नौ-दो-ग्यारह होना = भाग जाना – सिपाही को देखकर चोर नौ-दो-ग्यारह हो गया।
प्रश्न ६.
उचित विराम-चिह्नों का प्रयोग करो
(क) संयुक्त राज्य अमेरिका एक विशाल देश है।
(ख) तुमने यह क्या किया?
(ग) अरे! तुम इतनी जल्दी कैसे आ गए?
प्रश्न ७.
उत्तर दो
(क) अब्राहम लिंकन की सौतेली माँ ने उनकी क्या सहायता की?
उत्तर:
अब्राहम लिंकन की सौतेली माँ ने रात को अँगीठी के धीमे प्रकाश में कोयले से लिंकन को लिखना सिखाया। उन्होंने लिंकन की पढ़ाई-लिखाई पर विशेष ध्यान दिया।
(ख) फूल के जीवन से हमें क्या सीख मिलती है?
उत्तर:
फूल के जीवन से हमें सदा प्रसन्न रहने और परोपकार करने की सीख मिलती है।
(ग) मौलवी साहब को बन्दूक से चोट कैसे लगी?
उत्तर:
मौलवी साहब ने कभी बन्दूक नहीं चलाई थी। उन्होंने गलत ढंग से बन्दूक पकड़ रखी थी; अतः घोड़ा दबाते ही वे धक्का खाकर गिर पड़े।
(घ) हमारे किन कार्यों से देश का सम्मान बढ़ेगा?
उत्तर:
हमारे अच्छे कार्यों और शिष्ट व्यवहार से देश का सम्मान बढ़ेगा।
(ङ) काँटों में राह कौन बना लेते हैं?
उत्तर:
बहादुर, पुरुषार्थी लोग काँटों में राह बना लेते हैं।
(च) आधुनिक ओलम्पिक खेल किसने प्रारम्भ किए?
उत्तर:
आधुनिक ओलम्पिक खेल एक फ्रांसीसी, पियरे दी कुबर्तिन ने १८६६ में आरंभ किए।
(छ) राजा के तीन सवाल क्या थे?
उत्तर:
राजा के तीन सवाल निम्न थे
(१) कार्य करने का अच्छा समय कौन-सा है?
(२) किसकी बात मानी जाए और किसकी टाली जाए?
(३) कौन-सा कार्य करना जरूरी होता है?
(ज) राजा को उनका उत्तर कैसे मिले?
उत्तर:
राजा को प्रश्नों के उत्तर जंगल में घटी एक घटना के माध्यम से मिले।
प्रश्न ८.
नीचे लिखी पंक्तियों का भाव स्पष्ट करो’
(क) विश्व में हमने बिखेरा, चाँदनी सा हास निर्मल।
उत्तर:
संसार में हमने सुन्दर, स्वच्छ मुसकान का वातावरण दिया, अर्थात् हमने विश्व को शांति सद्भाव और प्रसन्नता का संदेश दिया।
(ख) है कौन विघ्न ऐसा जग में, टिक सके आदमी के मग में।
उत्तर:
मनुष्य के रास्ते में ऐसी कोई बाधा नहीं, जिसे वह पार न कर सके।
(ग) मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है।
उत्तर:
मनुष्य जब अपनी शक्ति का प्रदर्शन करता है; तब पत्थर भी पिघल जाता है; (जैसे कठोर बर्फ पिघलकर पानी बन जाती है); अर्थात् कठिन काम भी सरल हो जाते हैं।
प्रश्न ९.
सोचो और लिखो
(क) हरियाली आने पर प्रकृति में क्या-क्या परिवर्तन दिखाई देते हैं?
उत्तर:
हरियाली आने पर प्रकृति में अनेक परिवर्तन दिखाई देते हैं। मौसम सुहावना हो जाता है; जीव-जन्तु को सर्दी से राहत मिलती है। चारों तरफ वसन्त की छटा छाई होती है। नई कोपलों में लालिमा छा जाती है। अनेक शाक-सब्जियाँ उपलब्ध होने लगती हैं।
(ख) अच्छी आदतें क्या हैं? उनकी सूची बनाओ।
उत्तर:
मन, वचन और कार्य से संयत होना, जैसे- बड़े लोगों, गुरु जी को प्रणाम करना, बाहर-भीतर की शुद्धता, सरलता, ब्रह्मचर्य, अहिंसा का पालन, मीठा बोलने, सत्य बोलना में लीन रहना, मन में प्रसन्नता, सौम्य स्वभाव, मौन रहना, आत्म-निग्रह, भावों और विचारों की पवित्रता ये ही आदतें हैं।
(ग) अपने देश के ओलम्पिक विजेता खिलाड़ियों के नाम लिखो।
उत्तर:
अपने देश के ओलम्पिक विजेता खिलाड़ियों के नाम- मेजर ध्यानचंद, लिएंडर पेस, कर्णम मल्लेश्वरी, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर आदि हैं।
प्रश्न १०.
नीचे दिए गए शब्दों को छाँटकर उपयुक्त खानों में लिखो- (लिखकर)
प्रश्न ११.
नीचे वर्गों में वाक्य छिपे हैं। मिलाकर लिखो- (वाक्य मिलाकर)
उत्तर:
राजधानी के पास एक बड़ा जंगल था। उसमें बहुत से जानवर रहते थे। वे रात में उपद्रव करते थे।
अपने आप – २
कोई ला के मुझे दे|
कुछ रंग भरे ………………………………. मुझे दे!
संदर्भ – यह पद्यांश हमारी पाठ्यपुस्तक कलरव के ‘कोई ला के मुझे दे’ नामक पाठ से लिया गया है। इसके रचयिता दामोदर अग्रवाल जी हैं।
प्रसंग – इसमें कवि ने कोई ला के मुझे दे का वर्णन किया है।
भावार्थ – कुछ रंग भरे फूल, कुछ फल जो खट्टे और मीठे हों, बाँसुरी की थोड़ी सी ध्वनि (सुर) और यमुना नदी का थोड़ा सा जल कोई मुझे लाकर दे दे।
एक सोना …………………………………….. मुझे दे!
भावार्थ – सोने से जड़ा हुआ एक दिन, रूपों से भरी रात, फूलों से भरा एक गीत और गीतों से भरी एक बात-कोई मुझे लाकर दे दे।
एक छाता छाँव ……….………………………. मुझे दे!
भावार्थ – छाँव का एक छाता, धूप की एक घड़ी, बादलों का एक कोट और घास की एक छड़ी- कोई मुझे लाकर दे दे।
एक छुट्टी वाला ……………………………..…. मुझे दे!
भावार्थ – छुट्टीवाला एक दिन, एक अच्छी-सी किताब, एक मीठा-सा सवाल और उसका एक छोटा-सा उत्तर- कोई मुझे लाकर दे दे।