UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 11 मीराबाई (महान व्यक्तित्व)

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UP Board Solutions for Class 7 Hindi Chapter 11 मीराबाई (महान व्यक्तित्व)

पाठ का सारांश

 

मीराबाई मेवाड़ के रतनसिंह राठौर की एकमात्र कन्या थी। इसका जन्म . सन् 1498 ई० में राजस्थान में हुआ। बचपन में ही इनकी माता की मृत्यु हो जाने से इनका लालन-पालन दादा रावदूदा ने किया। रावदूदा वैष्णव भक्त थे। मीरा.पर दादा के विचारों और क्रियाओं का प्रभाव होने के कारण ये बचपन से ही श्री कृष्ण की अनन्य भक्त बन गईं। मीरा का विवाह राणा के ज्येष्ठ पुत्र महाराज कुँवर भोजराज से हुआ। सुखी जीवन बिताते हुए ये पति सेवा और उपासना में लगी रहती थीं। दस वर्ष बाद पति की मृत्यु हो जाने पर मीरा श्री कृष्ण की आराधना में लीन हो गईं। इनकी भक्ति की चर्चा सुनकर  सन्त लोग दर्शन करने आने लगे। भाव-विभोर होकर मीरा संतों के साथ नाचने लगतीं। मीरा की सास, ननद-ऊदा और राणा विक्रम सिंह को मीरा का रहन-सहन बुरा लगता था। उन सबने मीरा को बहुत कष्ट दिया। इससे मीरा का कृष्ण के प्रति लगाव और बढ़ता गया। राणा ने मीरा को मारने के लिए जहर दिया; परन्तु उस पर कुछ प्रभाव नहीं पड़ा।

 

मीराबाई निर्भीक महिला थीं। इन्होंने रूढ़िवादी परम्पराओं को तोड़ा। ये पहले वृन्दावन और बाद में द्वारका चली गईं और शेष जीवन भक्तों की तरह बिताने लगीं। द्वारका में ये प्रतिदिन श्री । द्वारकाधीश मन्दिर जाती थीं। द्वारका में रहते हुए ही इनका निधन हुआ। मीराबाई में अपूर्व काव्य क्षमता थी। इन्होंने ब्रजभाषा, राजस्थानी, गुजराती भाषा में अपने भावों को सरल शब्दों में व्यक्त किया है। मीरा के पदों ने जन-जन को प्रभावित किया।  इनका सम्बन्ध किसी सम्प्रदाय विशेष से नहीं था। इन्होंने निजी साधना को मान्यता दी। इनकी उपासना माधुर्य भाव की थी और ये श्री कृष्ण को पति रूप में पूजती थीं। मीराबाई ने उच्चकोटि की भक्ति साधना से अपना, समाज, साहित्य और ३ क कल्याण किया। ये भारतीय नारी समाज का गौरव थीं। इनके पद हिन्दी साहित्य की अमूल्य निधि हैं।

 

अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए

प्रश्न 1:
बचपन में मीराबाई पर उनके दादा जी का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:
बचपन में मीराबाई पर उनके दादा रावदूदा जी की भक्ति  भावना का बहुत प्रभाव पड़ा। मीरा श्रीकृष्ण की अनन्य भक्त बन गईं।

प्रश्न 2:
मीराबाई की ससुराल वाले मीरा से क्यों अप्रसन्न थे?
उत्तर:
मीराबाई के ससुराल वाले रूढ़िवादी थे। उन्हें मीरा की भक्ति भावना और उनका रहन-सहन पसन्द नहीं था।

 

प्रश्न 3:
मीराबाई के पदों ने जन सामान्य को अधिक प्रभावित क्यों किया?
उत्तर:
भोराबाई ने अपनी भक्ति भावना को  सीधे-सरल शब्दों में व्यक्त किया। उनके हृदय की बात उनके पदों में फूट पड़ी, जिसका जन-जन पर प्रभाव पड़ा।

 

प्रश्न 4:
सही कथन के सामने (✓) का निशान तथा गलत कथन के सामने (✘) का निशान लगाइए ( निशान लगाकर )
(अ) पति की मृत्यु के बाद मीराबाई का मन कृष्ण भक्ति में नहीं लगता था। (✘)
(ब) मीराबाई के ऊपर अपने दादा जी के संस्कारों  का बहुत प्रभाव पड़ा। (✓)
(स) राणा विक्रम सिंह ने मीरा को तरह-तरह के कष्ट दिये। (✓)
(द) मीराबाई को देहावसान जटापुर में ही हुआ। (✘)

(य) मीराबाई की रचनाओं में ब्रजभाषा, राजस्थानी, गुजराती भाषाओं के शब्द मिलते हैं। (✓)

 

प्रश्न 5:
निम्नलिखित पदों को पूरी कीजिए (पदों को पूरा करके)

(क) विष का प्यालो राणा जी भज्यो पीवत मीरा हाँसी रे,
मैं तो अपने नारायण की आप ही हो गई दासी रे।।

(ख) मेरे तो गिरधर गोपाल, दूसरो न कोई। जाके  सिर मोर मुकुट, मेरो पति सोई॥

प्रश्न 6:
सही मिलान कीजिए

 

प्रश्न 7:
नोट- विद्यार्थी स्वयं करें।